छन्द के छ परिवार के दीवाली मिलन अउ राज्य स्तरीय कवि गोष्ठी के सफल आयोजन दिनांक 12/11/17 के वि.खं. सिमगा के ग्राम हदबंद मा अतिथि साहित्यकार छन्द विद् श्री अरुण कुमार निगम दुर्ग, विदूषी श्रीमती शंकुन्तला शर्मा भिलाई, श्रीमती सपना निगम, श्री सूर्यकांत गुप्ता दुर्ग के गरिमामयी उपस्थिति मा सम्पन्न होइस । कार्यक्रम मा गाँव के सरपंच श्रीमती सरिता रामसुधार जाँगड़े, श्री संतोषधर दीवान मन अतिथि के रूप मा उपस्थित रहिन।
कार्यक्रम के शुरुआत अतिथि मन द्वारा मां सरस्वती के छाया चित्र मा पूजा अर्चना अउ दीप प्रज्वलन ले होइस। छ्न्द साधक श्री मोहनलाल वर्मा हा गीतिका छंद मा सरस्वती बंदना
प्रस्तुत करिन। स्वागत सत्कार के बाद कार्यक्रम के संचालक श्री अजय अमृतांशु हा सबले पहिली छंद पाठ करे के नेवता श्री जितेन्द्र वर्मा कोरबा ला दीन। वर्मा जी हा सार छन्द मा अपन रचना “मोर पंख ला मूँड़ लगा दे” प्रस्तुत करके सबके मन ला मोह लीन । तेकर पाछू कबीर धाम ले पधारे श्री ज्ञानु दास मानिकपुरी “प्रभु तोला खोजव कहाँ मंदिर मस्जिद द्वार” दोहा छन्द मा अउ श्री मोहन निषाद भाटापारा मन घलो दोहा छंद मा अपन प्रस्तुति देके सुनइया मन ले नँगते ताली बटोरिन।अब पारी आइस सिमगा के मनीराम मितान के अपन दोहा छंद ” सुरता ननपन खेल के आथे संगी मोर” पढ़ के माहौल ला आनंददायी बना दीन।कोरबा ले आये छन्द साधिका श्रीमती आशा आजाद मन तो गुरतुर आवाज़ मा दोहा छन्द पढ़के खूब ताली बजवइन।मधुर कंठ के धनी गोरखपुर ले आये श्री सुखदेव सिंह अहिलेश्वर हा कुकुभ छंद पढ़के सब ला ताली बजाय बर मजबूर कर दीन। श्री दिलीप वर्मा बलौदाबाजार अपन चौपई छंद के माध्यम ले अंधविश्वास उप्पर खूब प्रहार करिन। अब तो एक के पाछू एक छंद रस के बरसा शुरु होगे।
छुरा ले आय श्री ललित साहू दोहा छंद, मुगेली ले आय श्री गजानंद पात्रे हा
हरिगीतिका छन्द , श्री जगदीश साहू कड़ार हा दोहा छंद ,श्री राजेश निषाद आरंग दोहा छंद , श्रीमती नीलम जायसवाल भिलाई दोहा छंद,श्री हेमलाल साहू कोरबा त्रिभंगी छंद पोखन जायसवाल पलारी दोहा छंद, श्री कौशल साहू सुहेला दोहा छंद श्री आसकरन दास जोगी बिलासपुर मोहन सवैया, श्री हेमंत मानिकपुरी भाटापारा दोहा छन्द,श्री संतोष फरिकार भाटापारा कुंडलिया छंद ,श्री मथुरा प्रसाद वर्मा कौशल पुर दोहा छंदअउ श्री नरेन्द्र वर्मा भाटापारा हाइकू छंद मा अपन अपन प्रस्तुति दे के खूब वाहवाही लूटिन।
कार्यक्रम के छेंवाती बेरा मा शानदार आयोजन करइया श्री चोवाराम वर्मा बादल हा देवारी बिषय मा अपन आल्हा छंद के पाठ करके सबके मन मा जोश अउ उमंग भर दीन।
कार्यक्रम के संचालक श्री अजय अमृतांशु के तो कोनो जवाब नइ रहिस। संचालन करत बीच-बीच मा अपन दोहा छंद के माध्यम ले नँगते ताली बजवावत रहिन। दुरुग ले पधारे श्रीमती सपना निगम मन अपन मिसरी कस मीठ आवाज़ मा सुग्घर छत्तीसगढ़ी गीत “सुन सुन वो दाई भइया ला पठो देबे” गा के अबड़े ताली बजवाइन। आसु छंद कार श्री सूर्यकांत गुप्ता हा आनी बानी के छन्द पाठ करके सुनइया मन ले अबड़ेच ताली सकेलिन।
छंदकार अउ संस्कृत के विदुषी शकुन्तला शर्मा हा आसीस के बचन संग किसिम किसिम के छंद पढ़के सब ला छन्द रस मा सराबोर कर दीन । उँकर रोला छंद “नटवर नागर नंद आज मोरो घर आबे” सब ला नँगते भाइस संगे संग छत्तीसगढ़ी के मानकीकरण एला पोठ बनाय के सम्बन्ध मा घलो चर्चा करिन। छंद के छ परिवार के नेव धरइया अउ एकर मुखिया श्री अरुण कुमार निगम हा आशीर्वाद के बचन कहत कहिन कि डेड़ बछर के भीतर आज छत्तीसगढ़ मा छत्तीसगढ़ी छंद लिखइया 30 छंद कार होगे हें। आगू ओमन कहिन कि छत्तीसगढ़ी भाखा ला पोठ बनाय बर हमला आन भाखा के शब्द मन ला अपनाय बर परही। छत्तीसगढ़ी ला हम रूपवती भले नइ बना सकबो फेर गुणवती तो जरुर बना सकथन।जेन किसम हिन्दी ला आने आने प्रांत के मन आने आने बोलथे फेर लिखे के बेरा एके किसम के लिखथें वइसने छत्तीसगढ़ी ला भले आने आने जिला माआने आने बोलयँ फेर लिखे के बेर हमला एके किसम ले लिखे ला परही तबहे छत्तीसगढ़ी के मानकीकरण मा सहूलियत होही।
कार्यक्रम मा पहुना के रुप मा आय प्रो. मधुलिका अग्रवाल ,गाँव के गणमान्य डॉ जमाल कुरैशी अउ शा.उ.मा विद्यालय के प्राचार्य श्री मुबारक हुसैन मन घलो अपन विचार रखत सम्बोधित करिन। आयोजन के भार बोहइया श्री चोवाराम वर्मा बादल के तरफ ले बीच बीच मा जम्मो पहुना मन ला साल श्री फल अउ मया चिन्हारी भेंट करे गीस। आयोजक डहर ले जलपान मा ठेठरी, खुरमीअउ अरसा रोटी परोसे गीस जेन ए कार्यक्रम मा खास बात रहिस।श्री मुबारक हुसैन प्राचार्य जी आभार के शब्द संग कार्यक्रम के समापन होगे।
रिपोर्ट – मनीराम साहू “मितान”
ग्राम कचलोन
वाह्ह वाह्ह्ह् बहुत सुग्घर